हर पल एक नया पल जीते हैं, तेरी याद में, तेरे आने की एक उम्मीद से। हर पल एक नया पल जीते हैं, तेरी याद में, तेरे आने की एक उम्मीद से।
देह से थे कमजोर मगर, दिल में स्वतन्त्रता के अंगारे, जलती धूप में सोचे वह, कैसे अत्य देह से थे कमजोर मगर, दिल में स्वतन्त्रता के अंगारे, जलती धूप में सोचे वह,...
तेरी जुस्तजू की है आरजू हो तू मुझ से रूबरू। है बस यही इल्तजा। तेरी जुस्तजू की है आरजू हो तू मुझ से रूबरू। है बस यही इल्तजा।
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
मुहब्बत की ही करी जो रफ़ू झूठी है वो। मुहब्बत की ही करी जो रफ़ू झूठी है वो।
मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है। मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है।